क्या होता है जब सच्चाई खुद सबसे बड़ा भ्रम बन जाए? जब इंसान और आत्मा के बीच की रेखाएं धुंधली पड़ने लगें? ठीक ऐसे ही रहस्यमय और रोमांचक माहौल में दर्शकों को ले जाती है सोनाक्षी सिन्हा की नई फिल्म ‘Nikita Roy’, जो एक सुपरनेचुरल थ्रिलर है।

Table of Contents
करीब तीन साल बाद बड़े पर्दे पर लौट रहीं सोनाक्षी इस बार एक गंभीर, डरावने और रोमांचक किरदार में नजर आ रही हैं। कुश एस सिन्हा के निर्देशन में बनी यह फिल्म सिर्फ एक जासूसी कहानी नहीं, बल्कि मानसिक और आत्मिक रहस्यों की एक खौफनाक यात्रा है। ट्रेलर रिलीज के बाद से ही ‘Nikita Roy’ को लेकर दर्शकों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है।
सोनाक्षी का दमदार कमबैक: एक महिला इन्वेस्टिगेटर की रहस्यमयी कहानी
अलौकिक ताकतों से टकराती ‘निकिता’
सोनाक्षी सिन्हा ने निकिता रॉय में एक ऐसे किरदार को जीवंत किया है जो सिर्फ एक पुलिस अफसर नहीं, बल्कि सच्चाई की खोज में डूबी एक जुनूनी जासूस है। वह एक ऐसे व्यक्ति की पड़ताल कर रही है जो समाज में “हीलर” यानी आध्यात्मिक उपचारक के रूप में पूजा जा रहा है — अमर देव, जिसे परेश रावल ने निभाया है।
अमर देव का दावा है कि वह लोगों को आत्माओं और शैतानी ताकतों से मुक्ति दिला सकता है। लेकिन क्या वह वाकई एक रहनुमा है या फिर किसी बड़े धोखे की परतों में छुपा एक खतरनाक सच?
अर्जुन रामपाल की रहस्यमयी भूमिका
Nikita Roy में अर्जुन रामपाल भी एक अहम भूमिका में हैं। उनका किरदार एक पैरानॉर्मल रिसर्चर का है, जो निकिता को मार्गदर्शन देता है और चेतावनी भी। ट्रेलर में उनका डायलॉग — “सत्य, दुनिया का सबसे बड़ा झूठ है” — फिल्म के मूल संदेश की गहराई को बखूबी दर्शाता है।
उनका लुक — चश्मा, दाढ़ी और गंभीर चेहरा — उनके किरदार में रहस्य और थ्रिल का भरपूर तड़का लगाता है। ऐसा लगता है कि उनकी मृत्यु या गायब हो जाना ही निकिता को इस खतरनाक मिशन पर ले जाता है।
Nikita Roy के ट्रेलर में दिखा डर, सस्पेंस और मनोवैज्ञानिक थ्रिल
ट्रेलर की कुछ प्रमुख झलकियां:
सोनाक्षी के किरदार की आंखों में बेचैनी, दृढ़ता और डर का खूबसूरत मेल देखा गया है।
परेश रावल की मौजूदगी ट्रेलर में डर को वास्तविक बनाती है। उनका रहस्यमयी अंदाज और तीखे संवाद कहानी में गहराई जोड़ते हैं।
ट्रेलर में कई ऐसे सीन हैं जो दर्शकों को चौंका सकते हैं — जैसे भूतिया आकृतियां, तंत्र-मंत्र वाले माहौल और असामान्य घटनाएं।
बैकग्राउंड स्कोर भी इतना दमदार है कि हर सीन में डर और उत्सुकता की भावना बनी रहती है।
कहानी के पीछे की टीम और क्रिएटिव मस्तिष्क
फिल्म निर्माण में अनुभवी नामों की भूमिका
‘Nikita Roy’ का निर्देशन किया है कुश एस सिन्हा ने, जो सोनाक्षी के भाई हैं। यह उनका डायरेक्टोरियल डेब्यू है और ट्रेलर को देखकर लगता है कि उन्होंने अपने पहले ही प्रयास में एक प्रभावशाली छाप छोड़ी है।
Nikita Roy के लेखक हैं पवन कृपलानी, जो इससे पहले फोबिया और गैसलाइट जैसी महिला केंद्रित साइकोलॉजिकल थ्रिलर फिल्मों के लिए पहचाने जाते हैं। उन्होंने 2021 की भूत पुलिस और कई अन्य हॉरर फिल्मों में भी काम किया है।
Nikita Roy को निक्की भगनानी ने प्रोड्यूस किया है, जो इंडस्ट्री में कई अनोखी कहानियों के लिए जाने जाते हैं।
कलाकारों की टीम: एक संतुलित स्टारकास्ट
मुख्य भूमिकाओं में नजर आएंगे:
सोनाक्षी सिन्हा — निकिता रॉय, एक जिद्दी और साहसी इन्वेस्टिगेटर
परेश रावल — अमर देव, रहस्यमयी स्प्रिचुअल हीलर
अर्जुन रामपाल — पैरानॉर्मल रिसर्चर, जो निकिता की यात्रा में गाइड बनते हैं
सुहैल नैयर — सहायक किरदार में, जो कहानी को और मजबूत बनाते हैं
इस संतुलित और दमदार कास्ट के कारण Nikita Roy का हर किरदार अपनी अलग छाप छोड़ता है।
27 जून को रिलीज, और भी रोमांचक होने वाली है गर्मियां!
साल 2025 की गर्मियों में जब बाकी फिल्में लव स्टोरी या कॉमेडी के इर्द-गिर्द घूम रही होंगी, ‘Nikita Roy’ दर्शकों को एक अनोखे अनुभव से रूबरू कराएगी। फिल्म 27 जून 2025 को सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है।
इस फिल्म के जरिए सोनाक्षी सिन्हा लगभग तीन साल बाद थिएटर में वापसी कर रही हैं। उनकी पिछली सिनेमाघर रिलीज डबल एक्सएल साल 2022 में आई थी। काकुड़ा जैसी फिल्में जरूर आईं, लेकिन वो ओटीटी तक सीमित रहीं। ऐसे में बड़े पर्दे पर उनका यह नया अवतार देखना उनके फैंस के लिए किसी ट्रीट से कम नहीं होगा।
निष्कर्ष:
‘Nikita Roy’ सिर्फ एक फिल्म नहीं, बल्कि डर, भ्रम और सच्चाई की खोज में निकली एक महिला की साहसिक कहानी है। सोनाक्षी सिन्हा का अभिनय, परेश रावल की रहस्यमयी मौजूदगी और अर्जुन रामपाल की गंभीरता फिल्म को एक अलग ही स्तर पर ले जाते हैं। अगर आप थ्रिलर, हॉरर और मिस्ट्री पसंद करते हैं, तो यह फिल्म इस साल आपकी वॉचलिस्ट में जरूर होनी चाहिए।
क्या आप भी तैयार हैं एक ऐसी दुनिया में कदम रखने के लिए, जहां हकीकत एक धोखा बन जाती है?
टिप्पणी करें और हमें बताएं — क्या आप इस फिल्म को सिनेमाघर में देखने जा रहे हैं?