Badass Ravikumar फिल्म की समीक्षा

BADASS RAVIKUMAR

Badass Ravikumar फिल्म की समीक्षा– भाई ! दिल से एक बात कहूँ एक वीक बाद रिव्यु इस लिए कर रहा हूँ क्यों की मुझे अभी तक फिल्म समझ नहीं आयी , क्या तुमने देखा? प्लीज कुछ समझ आया हो तो कमेंट में प्लीज मुझे भी समझा देना ! भाई, जब मैं ‘बैडऐस रवि कुमार’ देखने गया, तो पाँच मिनट में ही ऐसा लगा जैसे 80 के दशक के मसाला सिनेमा के बीचों-बीच पहुँच गया हूँ। मन में बस यही सवाल गूंज रहा था: “मैं यहाँ क्यों आया?” जैसे ही फिल्म शुरू हुई, हिमेश भाई अपने अनोखे अंदाज़ में स्क्रीन पर प्रकट हुए, और उनके पहले ही डायलॉग ने मुझे सोचने पर मजबूर कर दिया कि क्या मैं किसी सीरियस एक्शन फिल्म में हूँ या फिर किसी कॉमेडी शो का हिस्सा। फिल्म के डायलॉग्स ऐसे थे कि हर बार सुनकर लगा, जैसे दिमाग पर हथौड़ा मार रहे हों।

एक डायलॉग में हिमेश भाई कहते हैं, “कुंडली में शनि, घी के साथ हनी और रवि कुमार से दुश्मनी, सेहत के लिए हानिकारक हो सकती है।” यह सुनकर मेरे बगल वाले दर्शक ने पॉपकॉर्न का पैकेट सिर पर मार लिया।एक्शन सीक्वेंस ऐसे थे कि लगा, जैसे मारधाड़ नहीं, बल्कि डांस रिहर्सल चल रही हो। प्रभु देवा का एक फाइट सीन देखकर तो मैं कन्फ्यूज हो गया कि ये फाइट है या नया डांस स्टेप।फिल्म के बीच में ही मेरे मन में ख्याल आया कि अगर मैं अभी बाहर निकल जाऊं, तो शायद चाय की टपरी पर बैठकर जिंदगी के असली मजे ले सकता हूँ। लेकिन फिर सोचा, नहीं, इतनी टिकट के पैसे दिए हैं, तो आखिर तक देखना तो बनता है।जैसे-जैसे फिल्म आगे बढ़ी, मेरे दिमाग ने हार मान ली और मैंने खुद को समझाया, “भाई, अब तो एन्जॉय कर ले, क्योंकि लॉजिक तो यहाँ मिलने से रहा।अंत में, जब फिल्म खत्म हुई, तो बाहर निकलते समय ऐसा महसूस हुआ जैसे किसी ने मेरे दिमाग की अच्छे से कसरत करवा दी हो। मन में बस एक ही सवाल था: “मैं यहाँ क्यों आया?”

तो दोस्तों, अगर आप भी अपने दिमाग को जिम भेजना चाहते हैं और लॉजिक की छुट्टी करना चाहते हैं, तो ‘बैडऐस रवि कुमार’ जरूर देखें। बस, दिमाग को घर पर छोड़कर जाएं, वरना वो भी आपसे यही पूछेगा: “भाई, हम यहाँ क्यों आए?

Badass Ravikumar कहानी और स्क्रीनप्ले

फिल्म की कहानी रवि कुमार (हिमेश रेशमिया) के इर्द-गिर्द घूमती है, जो 90 के दशक के सुपरस्टार हैं और अपनी अनोखी हीरोइज़्म और स्टाइल के लिए जाने जाते हैं। जब उनका सामना एक खतरनाक विलेन से होता है, तो वह अपने ट्रेडमार्क डायलॉग्स, स्टाइल और एक्शन के जरिए दुश्मनों का खात्मा करने निकलते हैं। कहानी में नयापन कम है और यह पुराने फॉर्मूले पर आधारित लगती है। स्क्रीनप्ले में कुछ जगहों पर कसावट की कमी महसूस होती है, जिससे दर्शकों का जुड़ाव थोड़ा कम हो सकता है।

Badass Ravikumar निर्देशन और अभिनय

निर्देशक कीथ गोम्स ने 80 और 90 के दशक की मसाला फिल्मों की शैली को पुनर्जीवित करने की कोशिश की है। हालांकि, कुछ सीन्स में ओवर-द-टॉप ड्रामा और स्टाइलाइजेशन के कारण फिल्म की टोन असंगत लगती है। हिमेश रेशमिया ने रवि कुमार के किरदार को निभाने में पूरी मेहनत की है, लेकिन उनकी डायलॉग डिलीवरी और अभिनय में नैचुरलिटी की कमी महसूस होती है। प्रभु देवा, कीर्ति कुल्हारी, जॉनी लीवर, और संजय मिश्रा जैसे अनुभवी कलाकारों ने अपने-अपने किरदारों में जान डालने की कोशिश की है, लेकिन स्क्रिप्ट की सीमाओं के कारण वे पूरी तरह से चमक नहीं पाए।

Badass Ravikumar संगीत और बैकग्राउंड स्कोर

हिमेश रेशमिया के संगीत की हमेशा से एक अलग पहचान रही है। फिल्म के कुछ गाने कैची हैं और उनकी ट्रेडमार्क बीट्स को दर्शाते हैं। हालांकि, कुछ गाने कहानी की गति को धीमा करते हैं और जबरदस्ती जोड़े हुए लगते हैं। बैकग्राउंड स्कोर फिल्म की इमोशनल गहराई को बढ़ाने में सफल नहीं हो पाता।

Badass Ravikumar वीएफएक्स और सिनेमैटोग्राफी

फिल्म की सिनेमैटोग्राफी औसत है। ओवर-सैचुरेटेड कलर्स और स्लो-मोशन शॉट्स का उपयोग इसे स्टाइलिश लुक देने की कोशिश करता है, लेकिन कमजोर वीएफएक्स के कारण विज़ुअल्स नकली लगते हैं। एक्शन सीक्वेंस में एडिटिंग टाइट नहीं है, जिससे फिल्म कुछ जगहों पर लंबी महसूस होती है।

फ़िल्म ‘बैडऐस रवि कुमार’ (2025) के प्रमुख कलाकारों और क्रू सदस्यों की सूची निम्नलिखित है:

भूमिकाकलाकार
रवि कुमारहिमेश रेशमिया
कार्लोस पेड्रो पैंथरप्रभु देवा
राणासंजय मिश्रा
राजाजॉनी लीवर
लैलाकीर्ति कुल्हारी
निशासनी लियोनी
रवि कुमार के पितापवन मल्होत्रा
रवि कुमार की माँनवनीत निशान
मंत्रीमोहन जोशी
भवजंगअनिल जॉर्ज
रफ़्तारमुस्तफा अस्करी
माधुबालासिमोना जे
जगावर चौधरीराजेश शर्मा
ज़ाहिद बशीरमनीष वाधवा
इंटरपोल अधिकारी महावीर आहूजाप्रशांत नारायणन
रवि कुमार की दादीसुलभा आर्या
कथावाचक (Narrator)रज़ा मुराद
क्रू सदस्यभूमिका
कीथ गोम्सनिर्देशक
हिमेश रेशमियानिर्माता, संगीतकार, कहानी और पटकथा लेखक
कुशल वेद बख्शीपटकथा लेखक
बंटी राठौरसंवाद लेखक
मनोज सोनीछायाकार (सिनेमैटोग्राफर)
पार्थ वाई. भट्टसंपादक (सॉन्ग और प्रोमो एडिटर)
सुनील जायसवालप्रोडक्शन डिज़ाइनर
अरुण जे. चौहानकॉस्ट्यूम डिज़ाइनर
सोनिया कपूरकॉस्ट्यूम स्टाइलिस्ट

imdb.com

दर्शकों और समीक्षकों की प्रतिक्रिया

फिल्म को दर्शकों और समीक्षकों से मिली-जुली प्रतिक्रिया मिली है। कुछ ने इसे 80 और 90 के दशक की मसाला फिल्मों के प्रति एक श्रद्धांजलि माना है, जबकि अन्य ने इसकी कमजोर कहानी और निर्देशन की आलोचना की है। सोशल मीडिया पर फिल्म के कुछ डायलॉग्स और सीन्स ट्रेंड कर रहे हैं, लेकिन IMDB और Rotten Tomatoes जैसी साइट्स पर इसकी रेटिंग औसत से कम है।

हिमेश रेशमिया की फिल्म ‘बैडएस रवि कुमार’ अपने अनोखे और मजेदार डायलॉग्स

  • “कुंडली में शनि, घी के साथ हनी और रवि कुमार से दुश्मनी, सेहत के लिए हानिकारक हो सकती है।”
  • “तू बुरा है तो मैं बुरे लोगों का नवाब हूँ, तू बड़ा होकर बिगड़ा होगा, मैं बचपन से खराब हूँ।”
  • “मुजरिमों को सजा दे उसे सरकार कहते हैं, मुजरिमों को जो उड़ा दे उसे रवि कुमार कहते हैं।”
  • “जिन तूफानों में तुम जैसों के झोपड़े उड़ जाया करते हैं, हम उन्हीं तूफानों में अपने कपड़े सुखाया करते हैं।”
  • “तेरे शरीर में उतना खून नहीं होगा, जितना रवि कुमार एक बार में मूत देता है।”
  • “इमिग्रेशन के बाद सीधा तेरा क्रिमेशन होगा।”
  • “सुधर जा नहीं तो गुजर जाएगा।”

Badass Ravikumar बॉक्स ऑफिस प्रदर्शन

फिल्म ने अपने पहले दिन लगभग 5 करोड़ रुपये की कमाई की है। वीकेंड पर इसकी कमाई में थोड़ी बढ़ोतरी की उम्मीद है, लेकिन मौखिक प्रचार (वर्ड ऑफ माउथ) पर इसकी सफलता निर्भर करेगी। फिल्म ने अपने म्यूजिक राइट्स और सब्सिडी के माध्यम से रिलीज़ से पहले ही 20 करोड़ रुपये का बजट वसूल लिया था।

Badass Ravikumar रेटिंग: 🌟🌟 (5 में से 2 स्टार)

‘बैडऐस रवि कुमार’ उन दर्शकों के लिए है जो 80 और 90 के दशक की मसाला फिल्मों के फैन हैं और हिमेश रेशमिया के संगीत का आनंद लेते हैं। हालांकि, अगर आप एक मजबूत कहानी और निर्देशन की उम्मीद कर रहे हैं, तो यह फिल्म आपको निराश कर सकती है। फिल्म में कुछ मनोरंजक पल हैं, लेकिन कुल मिलाकर यह एक औसत अनुभव प्रदान करती है।

तो, क्या आपने ‘बैडऐस रवि कुमार’ देखी? आपका अनुभव कैसा रहा? नीचे कमेंट में अपनी राय साझा करें!

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