क्या आपने कभी सोचा है कि एक खिलौना बंदर आपकी जिंदगी को कैसे उलट-पुलट कर सकता है? नहीं? तो चलिए, आज हम बात करते हैं ‘द मंकी’ की, जो आपको हंसाते-हंसाते डराने का पूरा इंतजाम करती है।
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कहानी की झलक:
The Monkey फिल्म की कहानी स्टीफन किंग की 1980 की शॉर्ट स्टोरी पर आधारित है, जो एक शापित खिलौना बंदर के इर्द-गिर्द घूमती है। यह बंदर जब भी अपनी झांझ बजाता है, कोई न कोई भयानक घटना घटित होती है। फिल्म की शुरुआत 1999 में होती है, जब पीटी शेलबर्न नामक व्यक्ति एक प्राचीन वस्तुओं की दुकान में इस बंदर को लौटाने और नष्ट करने का प्रयास करता है। हालांकि, बंदर अपनी झांझ बजाता है, जिससे एक श्रृंखला प्रतिक्रिया होती है और दुकान के मालिक की मृत्यु हो जाती है। इसके तुरंत बाद, पीटी गायब हो जाता है, जिससे उसकी पत्नी लोइस को उनके जुड़वा बेटों, हैल और बिल, की परवरिश अकेले करनी पड़ती है।
कुछ समय बाद, ये जुड़वा भाई अपने पिता की पुरानी वस्तुओं में इस बंदर को खोजते हैं और उसकी चाबी घुमाते हैं। उसी शाम, जब वे एक रेस्तरां में होते हैं, बंदर अपनी झांझ बजाता है, और उनकी बेबीसिटर एनी की एक दुर्घटना में मृत्यु हो जाती है। बिल द्वारा हैल को परेशान करने पर, हैल फिर से बंदर की चाबी घुमाता है, उम्मीद करते हुए कि यह बिल को नुकसान पहुंचाएगा। इसके बजाय, उनकी मां लोइस को अचानक एन्यूरिज्म होता है और उनकी मृत्यु हो जाती है। गिल्ट से भरे हुए, हैल बंदर को तोड़कर फेंक देता है, और दोनों भाई मेन में अपनी आंटी इडा और अंकल चिप के साथ रहने चले जाते हैं। हालांकि, बंदर वहां भी प्रकट होता है, और चिप की मृत्यु एक दुर्घटना में हो जाती है। भाई बंदर को एक बॉक्स में सील करके एक कुएं में फेंक देते हैं, उम्मीद करते हुए कि यह अब और परेशानी नहीं करेगा।

पच्चीस साल बाद, हैल अपने भाई बिल और बेटे पीटी से अलग-थलग रहता है, डरते हुए कि बंदर फिर से लौट सकता है। इस बीच, इडा की अचानक मृत्यु हो जाती है, और बिल को शक होता है कि बंदर वापस आ गया है। वह हैल को बुलाता है और उसे इडा के घर आने के लिए कहता है। हैल को रास्ते में अजीब घटनाओं का सामना करना पड़ता है, जो बंदर की वापसी की पुष्टि करती हैं। बिल ने एक स्थानीय व्यक्ति, रिकी, की मदद से बंदर को फिर से प्राप्त किया है और हैल से बदला लेने की योजना बना रहा है, यह मानते हुए कि हैल ने उनकी मां की मृत्यु का कारण बना था।
बिल का मानना है कि जो भी बंदर की चाबी घुमाता है, वह उसकी शक्ति से सुरक्षित रहता है, और वह चाहता है कि पीटी चाबी घुमाए ताकि वह सुरक्षित रहे। हैल मना करता है, लेकिन रिकी, जो बंदर के प्रति जुनूनी हो चुका है, पीटी को बंदर लाने के लिए मजबूर करता है। बिल पीटी को चाबी घुमाने का प्रस्ताव देता है, और रिकी की मृत्यु ततैया के झुंड के हमले से हो जाती है। हैल घर में प्रवेश करता है, और बिल, अपने भाई को अभी भी जीवित देखकर, बंदर को बिना चाबी घुमाए झांझ बजाने के लिए मजबूर करता है, जिससे पूरे शहर में तबाही मचती है। अंत में, बंदर अपनी झांझ एक आखिरी बार बजाता है, और बिल की अचानक मृत्यु हो जाती है। हैल और पीटी अब बंदर के नए मालिक बन जाते हैं, यह सुनिश्चित करने के लिए कि कोई और इसकी चाबी न घुमाए। हैल अपने बेटे के साथ संबंध सुधारने का प्रयास करता है, और दोनों एक नई शुरुआत की ओर बढ़ते हैं।

The Monkey निर्देशन और सिनेमैटोग्राफी:
The Monkey फिल्म का निर्देशन ओज़गुड पर्किन्स ने किया है, जो अपने अनोखे और सस्पेंसफुल निर्देशन शैली के लिए जाने जाते हैं। इस फिल्म में उन्होंने स्टीफन किंग की 1980 की शॉर्ट स्टोरी को बड़े पर्दे पर जीवंत किया है, जिसमें एक शापित खिलौना बंदर की कहानी है जो भयावह घटनाओं का कारण बनता है।
फिल्म की सिनेमैटोग्राफी निको एगुइलार द्वारा की गई है, जिन्होंने अपने कैमरा वर्क से कहानी में गहराई और रहस्य को उभारा है। उनकी सिनेमैटोग्राफी दर्शकों को कहानी के साथ जोड़ती है और फिल्म के हॉरर तत्वों को प्रभावशाली बनाती है।
ओज़गुड पर्किन्स और निको एगुइलार की इस जोड़ी ने मिलकर ‘द मंकी’ को एक सजीव और सस्पेंस से भरपूर अनुभव बनाया है, जो दर्शकों को अंत तक बांधे रखता है।
The Monkey कलाकारों की परफॉर्मेंस:
थियो जेम्स ने हैल और बिल दोनों का किरदार निभाया है, और दोनों भूमिकाओं में उन्होंने जान डाल दी है। उनके अभिनय में वो गहराई है जो दर्शकों को किरदारों से जोड़ती है। कोलिन ओ’ब्रायन ने पीटी के रूप में मासूमियत और डर को बखूबी पेश किया है। टाटियाना मसलनी, एडम स्कॉट और एलिजा वुड जैसे कलाकारों की मौजूदगी फिल्म में और भी चमक लाती है।
फिल्म में हॉरर और कॉमेडी का अनोखा मिश्रण है। एक तरफ जहां खून-खराबे के दृश्य हैं, वहीं दूसरी तरफ ऐसे पल भी हैं जो आपको हंसने पर मजबूर कर देंगे। यह संतुलन फिल्म को खास बनाता है।
The Monkey संगीत और साउंड इफेक्ट्स:
‘द मंकी’ फिल्म में संगीत और साउंड इफेक्ट्स का उपयोग कहानी की रहस्यपूर्ण और भयावहता को बढ़ाने के लिए कुशलता से किया गया है। संगीत निर्देशक ने सूक्ष्म और तनावपूर्ण धुनों का चयन किया है, जो दर्शकों को लगातार असहज महसूस कराते हैं। विशेष रूप से, बंदर की झांझ की आवाज़ का उपयोग एक प्रमुख साउंड इफेक्ट के रूप में किया गया है, जो हर बार बजने पर आगामी खतरे का संकेत देती है। यह साउंड इफेक्ट फिल्म के प्रमुख तनाव बिंदुओं को और भी प्रभावशाली बनाता है, जिससे दर्शकों की धड़कन तेज हो जाती है।
इसके अलावा, फिल्म में प्राकृतिक ध्वनियों, जैसे हवा की सरसराहट और दरवाजों की चरमराहट, का उपयोग माहौल को और भी डरावना बनाने के लिए किया गया है। इन साउंड इफेक्ट्स के माध्यम से, दर्शकों को कहानी में गहराई से डूबने का अवसर मिलता है, जिससे फिल्म का समग्र प्रभाव बढ़ता है।
कुल मिलाकर, ‘द मंकी’ में संगीत और साउंड इफेक्ट्स का संयोजन दर्शकों के अनुभव को समृद्ध करता है, जिससे फिल्म की रहस्य और भय की भावना को गहराई मिलती है।
बॉक्स ऑफिस प्रदर्शन:
‘द मंकी’ फिल्म को समीक्षकों से मिश्रित प्रतिक्रियाएँ मिली हैं। कुछ समीक्षकों ने फिल्म की अनूठी कहानी और निर्देशन की सराहना की है, जबकि अन्य ने इसकी गति और पटकथा पर सवाल उठाए हैं। दर्शकों के बीच भी फिल्म को लेकर मिश्रित प्रतिक्रियाएँ देखी गई हैं; कुछ ने इसे रोमांचक और सस्पेंस से भरपूर बताया है, जबकि अन्य ने इसे अपेक्षाओं से कमतर पाया है।
बॉक्स ऑफिस पर, ‘द मंकी’ ने अपने शुरुआती सप्ताहांत में $14 मिलियन की कमाई की, जो कि अपेक्षाकृत संतोषजनक प्रदर्शन माना जा सकता है। हालांकि, फिल्म की कुल कमाई और लंबी अवधि में इसका प्रदर्शन इस बात पर निर्भर करेगा कि यह दर्शकों के बीच कितनी लोकप्रिय होती है और माउथ-टू-माउथ प्रचार कितना प्रभावी रहता है।