Chhava परिचय
दोस्तों, क्या आपने हाल ही में रिलीज़ हुई फिल्म Chhava देखी है? अगर नहीं, तो यकीन मानिए, आप एक बेहतरीन सिनेमाई अनुभव से चूक रहे हैं।ये फिल्म सिनेमा के दृष्टी से सामान्य है लेकिन छत्रपति शिवाजी महाराज के पुत्र, संभाजी महाराज के बलिदान समझने के लिए अनिवार्य है , हर भारतीय को अपने इस महान शूरवीर को परदे पर अनुभव करना ही चाहिए ! विक्की कौशल, रश्मिका मंदाना और अक्षय खन्ना जैसे प्रतिभाशाली कलाकारों से सजी यह फिल्म छत्रपति संभाजी महाराज के जीवन पर आधारित है। चलिए, इस फिल्म की कहानी, प्रदर्शन और बॉक्स ऑफिस कलेक्शन पर एक नज़र डालते हैं।
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कहानी की झलक
Chhava की कहानी छत्रपति शिवाजी महाराज के पुत्र, संभाजी महाराज के जीवन पर केंद्रित है।संभाजी भोसले छत्रपति शिवाजी महाराज और उनकी पहली पत्नी सईबाई के ज्येष्ठ पुत्र थे। वे शिवाजी महाराज की मृत्यु के बाद मराठा साम्राज्य के उत्तराधिकारी बने। उनका शासनकाल मुख्य रूप से मराठा साम्राज्य और मुगल साम्राज्य के बीच चल रहे युद्धों, साथ ही सिद्दी, मैसूर और गोवा के पुर्तगालियों के साथ संघर्षों से प्रभावित था। संभाजी को मुगलों ने बंदी बना लिया, उन पर अत्याचार किए और अंततः उनकी हत्या कर दी गई। इसके बाद उनके छोटे भाई राजाराम ने शासन संभाला।, संभाजी का जन्म पुरंदर किले में हुआ था। उनकी माता सईबाई की मृत्यु तब हुई जब वे मात्र दो वर्ष के थे। इसके बाद उनकी परवरिश उनकी दादी जीजाबाई ने की। नौ वर्ष की आयु में, संधि के रूप में उन्हें राजा जय सिंह के पास भेजा गया। बाद में वे शिवाजी महाराज के साथ औरंगज़ेब के दरबार में भी गए, लेकिन दोनों को बंदी बना लिया गया। वे 1666 में इस बंदीगृह से भाग निकले।

शिवाजी महाराज की मृत्यु के बाद, उनकी दूसरी पत्नी सोयराबाई ने अपने पुत्र राजाराम को राजा घोषित कर दिया। लेकिन संभाजी ने पन्हाला किले पर कब्ज़ा कर लिया और अपने सौतेले भाई व सौतेली माँ को कैद किए बिना, 20 जुलाई 1680 को सिंहासन पर अधिकार कर लिया। संभाजी महाराज ने औरंगज़ेब के बेटे अकबर को अपने संरक्षण में लिया, जिसने अपने पिता के खिलाफ विद्रोह किया था। उन्होंने मुगलों, सिद्दी, पुर्तगालियों और मैसूर के खिलाफ कई सफल युद्ध किए। उन्होंने बुर्हानपुर पर हमला कर उसे लूटा, और मुगलों को कड़ी टक्कर दी।1689 में, संभाजी को गुप्तचरों की सूचना पर मुगलों ने धोखे से पकड़ लिया। उन्हें यातनाएँ दी गईं, पर उन्होंने इस्लाम कबूल करने से इनकार कर दिया। अंततः 11 मार्च 1689 को तुलापुर में उनकी हत्या कर दी गई। संभाजी महाराज अपनी वीरता, रणनीतिक कौशल और मराठा गौरव के लिए इतिहास में अमर हैं। संभाजी का विवाह जीवूबाई (येसुबाई) से हुआ, जो मराठा परंपरा के अनुसार विवाह के बाद येसुबाई कहलाईं। फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे संभाजी महाराज ने अपनी वीरता और रणनीति से मुगलों के नाक में दम कर दिया। कहानी की शुरुआत अजय देवगन की आवाज़ से होती है, जो दर्शकों को तुरंत ही फिल्म से जोड़ देती है।
कलाकारों का प्रदर्शन
- विक्की कौशल: विक्की कौशल ने छत्रपति संभाजी महाराज की भूमिका में जान डाल दी है। उनकी गहरी और प्रभावशाली एक्टिंग ने दर्शकों के दिलों में जगह बना ली है। विक्की ने इस किरदार के लिए महीनों की ट्रेनिंग ली, जिससे उनकी परफॉर्मेंस में वास्तविकता का एहसास होता है। एक सीन में, जब संभाजी महाराज अपने सैनिकों को प्रेरित करते हैं, विक्की का जोश और उत्साह देखने लायक है। उनके डायलॉग्स, जैसे “फाड़ देंगे मुगल सल्तनत की छाती अगर मराठा साम्राज्य के विरुद्ध सोचने की जुर्रत की”, दर्शकों में जोश भर देते हैं।
- रश्मिका मंदाना:रश्मिका मंदाना ने महारानी येसूबाई की भूमिका में अपनी मासूमियत और सशक्त प्रदर्शन से कहानी में जान डाल दी है। एक सीन में, जब येसूबाई अपने पति संभाजी महाराज को युद्ध के लिए विदा करती हैं, रश्मिका की आँखों में भावनाओं का सागर उमड़ता है, जो दर्शकों को भावुक कर देता है। उनकी और विक्की की केमिस्ट्री फिल्म में एक नई ऊँचाई पर पहुँचती है।
- अक्षय खन्ना: अक्षय खन्ना ने औरंगजेब के नेगेटिव रोल को बखूबी निभाया है। उनकी संवाद अदायगी और स्क्रीन प्रेजेंस ने दर्शकों पर गहरा प्रभाव छोड़ा है। एक सीन में, औरंगजेब अपने दरबार में कहता है, “मराठों की हिम्मत को कुचलना होगा”, अक्षय की आवाज़ और भाव-भंगिमा से औरंगजेब की क्रूरता स्पष्ट झलकती है। उनकी चुप्पी में भी एक खौफ है, जो दर्शकों को सिहरन पैदा करता है।’

निर्देशन और तकनीकी पक्ष
लक्ष्मण उतेकर के निर्देशन में बनी ‘छावा’ तकनीकी दृष्टिकोण से सामान्य है। युद्ध के दृश्य, सिनेमैटोग्राफी और बैकग्राउंड म्यूजिक सभी सामान्य स्तर के हैं। विशेष रूप से, फिल्म का पहला सिंह के साथ युद्ध दृश्य रोंगटे खड़े कर देने वाला है, जो दर्शकों को फिल्म के मूड में डुबो देता है। लेकिन मेरे दृष्टी में लक्ष्मण उतेकर इतने महान योद्धा को ठीक से समझ नहीं पाए ! वो कहानी में जबरदस्ती प्रेम रस खोज रहे थे जिससे उनका शोर्य और बलिदान ठीक से चित्रित करने में नाकाम रहे !
Chhava बॉक्स ऑफिस कलेक्शन
अब बात करते हैं फिल्म की कमाई की। Chhava ने रिलीज़ के पहले दिन से ही बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा दिया है। आइए, दिनवार कलेक्शन पर नज़र डालें:
- पहला दिन: ₹31 करोड़
- दूसरा दिन: ₹37 करोड़
- तीसरा दिन: ₹48.5 करोड़
- चौथा दिन: ₹24 करोड़
- पाँचवाँ दिन: ₹25.25 करोड़
- छठा दिन: ₹32 करोड़
- सातवाँ दिन: ₹22 करोड़
कुल मिलाकर, फिल्म ने एक हफ्ते में भारत में लगभग ₹219.75 करोड़ की कमाई की है, जबकि वर्ल्डवाइड कलेक्शन ₹270 करोड़ के पार पहुंच चुका है। यह विक्की कौशल के करियर की सबसे बड़ी हिट साबित हो रही है।

दर्शकों की प्रतिक्रिया
फिल्म को दर्शकों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिल रही है। पटना के सिनेमा हॉल में दर्शकों ने फिल्म को सुपरहिट करार दिया है। वहीं, यूट्यूब पर भी फिल्म के रिव्यूज़ में इसकी तारीफ की जा रही है। एक दर्शक ने कहा, “विक्की कौशल ने संभाजी महाराज के रूप में जान डाल दी है। फिल्म की कहानी और एक्शन सीक्वेंस बेहतरीन हैं।” चूँकि कहानी छत्रपति शिवाजी महाराज के पुत्र, संभाजी महाराज के जीवन पर केंद्रित है, इसलिए दर्शक भावनात्मक रूप से बोझिल हैं ।
विवाद और प्रतिक्रियाएँ
फिल्म की रिलीज़ से पहले, एक सीन को लेकर विवाद हुआ था, जिसमें संभाजी महाराज को लेजिम बजाते और नाचते दिखाया गया था। कुछ मराठा संगठनों ने इस पर आपत्ति जताई थी, लेकिन निर्देशक ने स्पष्ट किया कि यह सीन मराठा संस्कृति के सम्मान में शामिल किया गया है। दर्शकों की प्रतिक्रियाएँ ज्यादातर सकारात्मक रही हैं, और फिल्म को क्रिटिक्स से भी सराहना मिली है।
निष्कर्ष
Chhava सिर्फ एक फिल्म नहीं, बल्कि मराठा वीरता की एक गाथा है जो दिल को छू लेती है। अगर आप इतिहास, एक्शन और दमदार अभिनय के शौकीन हैं, तो यह फिल्म आपके लिए ही है। तो, अपने दोस्तों और परिवार के साथ सिनेमाघर जाएं और इस अद्भुत फिल्म का आनंद लें। क्या आपने Chhava देखी? अगर हां, तो हमें कमेंट में बताएं कि आपको फिल्म कैसी लगी। और अगर नहीं, तो आप किसका इंतजार कर रहे हैं? टिकट बुक करें और इस सिनेमाई सफर का हिस्सा बनें।