Rajesh Khanna वो नाम हैं जिनके आते ही हिंदी सिनेमा में स्टारडम की परिभाषा ही बदल गई। उनकी मुस्कान, उनका रोमांटिक अंदाज़, और वो आंखें जो सीधे दर्शकों के दिल से बात करती थीं – यही सब उन्हें “बॉलीवुड का पहला सुपरस्टार” बनाता है। 60 के दशक के आख़िरी और 70 के दशक के शुरुआती सालों में जो दीवानगी उन्होंने बटोरी, वह आज भी हर अभिनेता के लिए एक सपना है।

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Rajesh Khanna का परिचय (Introduction)
पूरा नाम: जतिन खन्ना
जन्मतिथि: 29 दिसंबर 1942
जन्मस्थान: अमृतसर, पंजाब, भारत
राष्ट्रीयता: भारतीय
पेशा: अभिनेता, निर्माता, राजनेता
सक्रिय वर्ष: 1966–2012 (अभिनेता), 1992–1996 (राजनीति)
धर्म/जातीय पृष्ठभूमि: हिंदू / पंजाबी
प्रमुख पहचान: भारत के पहले सुपरस्टार, 17 लगातार हिट फिल्मों का रिकॉर्ड, रोमांटिक हीरो की पहचान
Rajesh Khanna का प्रारंभिक जीवन (Early Life)
पारिवारिक पृष्ठभूमि:
Rajesh Khanna को उनके चाचा चुन्नी लाल खन्ना ने गोद लिया था। उनके असली माता-पिता उनकी परवरिश करने में असमर्थ थे।
शिक्षा और प्रारंभिक रुचियाँ:
उन्होंने सेंट सेबेस्टियन गोअन हाई स्कूल और बाद में थलसिला कॉलेज से पढ़ाई की। स्कूल और कॉलेज में वे नाटकों में काफी एक्टिव रहे।
बचपन की कहानियाँ या प्रेरणाएँ:
वो जितेंद्र के सहपाठी रहे और खुद ही ऑडिशन देने के लिए अपनी MG स्पोर्ट्स कार में जाया करते थे।
फिल्म/मॉडलिंग/संगीत में प्रवेश कैसे हुआ?:
1965 में फिल्मफेयर और यूनाइटेड प्रोड्यूसर्स द्वारा आयोजित टैलेंट हंट प्रतियोगिता जीतने के बाद उन्हें “आख़िरी खत” (1966) में पहला ब्रेक मिला।
Rajesh Khanna के करियर की शुरुआत (Career Beginning)
पहला प्रोजेक्ट / फिल्म / शो:
“आख़िरी खत” (1966) – भारत की पहली फिल्म जो ऑस्कर में नामांकित हुई।
इंडस्ट्री में पहले अनुभव:
उनकी दूसरी फिल्म “राज” भी टैलेंट हंट की जीत का हिस्सा थी। शुरुआती फिल्मों में ‘बहारों के सपने’, ‘औरत’, ‘इत्तेफाक’ से पहचान बनी।
किसने मौका दिया / कौन प्रेरक बना?:
फिल्मफेयर टैलेंट हंट के निर्णायकों और चेतन आनंद ने उन्हें पहला अवसर दिया।
शुरुआती संघर्ष और चुनौतियाँ:
पारिवारिक दबाव और इंडस्ट्री में जगह बनाने की चुनौती के बावजूद उन्होंने लगातार हिट फिल्में दीं।
Rajesh Khanna का स्टारडम और सुनहरा दौर (Golden Era)
1969 में आई ‘आराधना’ ने उन्हें रातोंरात सुपरस्टार बना दिया
लगातार 17 सुपरहिट फिल्में देने का रिकॉर्ड
किशोर कुमार और आर. डी. बर्मन के साथ उनकी जोड़ी अमर हुई
सुपरहिट फिल्में: ‘आनंद’, ‘अंदाज़’, ‘हाथी मेरे साथी’, ‘बावर्ची’, ‘कटी पतंग’, ‘अमर प्रेम’, ‘दो रास्ते’, ‘नमक हराम’, ‘दुश्मन’
टीवी शो / वेब सीरीज़ / विज्ञापन (TV/Web/Ads)
हालांकि Rajesh Khanna का करियर फिल्मों तक ही सीमित रहा, फिर भी उन्होंने कुछ टीवी विज्ञापनों में काम किया।
पान मसाला, टीवी ब्रांड्स जैसे कुछ प्रोडक्ट्स के विज्ञापनों में नज़र आए।
पुरस्कार और सम्मान (Awards & Achievements)
फिल्मफेयर अवार्ड्स: 3 बार विजेता, कई नामांकन
बंगाल फिल्म जर्नलिस्ट अवार्ड्स: 4 जीत
लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड – IIFA, Zee Cine Awards
2013 में मरणोपरांत पद्म भूषण सम्मान की मांग भी उठी
लगातार 17 हिट फिल्मों का विश्व रिकॉर्ड
निजी जीवन (Personal Life)
शादी:
1973 में अभिनेत्री डिंपल कपाड़िया से विवाह, जब डिंपल की फिल्म ‘बॉबी’ रिलीज़ भी नहीं हुई थी।
बच्चे:
दो बेटियाँ – ट्विंकल खन्ना और रिंकी खन्ना (दोनों अभिनेत्री)
रिश्ते:
डिंपल से अलगाव के बावजूद संबंध औपचारिक रहे। पहले अभिनेत्री अंजू महेंद्रू के साथ 7 साल लंबा रिश्ता था।
विवाद और आलोचनाएँ (Controversies)
अहंकार और समय की पाबंदी को लेकर आलोचनाएं
इंडस्ट्री में “moody” और “temperamental” अभिनेता के रूप में मशहूर
अमिताभ बच्चन के उभार के साथ तुलना और प्रतिस्पर्धा
राजनीति में भी उनके व्यवहार को लेकर सवाल उठे
सोशल मीडिया और फैंस से जुड़ाव (Social Media Presence)
Rajesh Khanna के समय सोशल मीडिया नहीं था, लेकिन उनकी दीवानगी पत्रों और पोस्टर्स के ज़रिए दिखती थी।
लड़कियाँ खून से खत लिखती थीं
उनकी गाड़ी पर लिपस्टिक के निशान और फूल बिखरे होते थे
वर्तमान स्थिति और भविष्य की योजनाएँ (Current Status & Legacy)
मृत्यु:
18 जुलाई 2012 को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया
राजनीति:
1992 में नई दिल्ली से लोकसभा सांसद चुने गए, शत्रुघ्न सिन्हा को हराया
कांग्रेस पार्टी से जुड़े रहे
सामाजिक कार्य:
कई चैरिटी इवेंट्स और समाज सेवा कार्यों में भाग लिया
निष्कर्ष (Conclusion)
Rajesh Khanna सिर्फ अभिनेता नहीं थे – वो एक युग थे। उनके स्टाइल, रोमांस और डायलॉग डिलीवरी ने भारतीय सिनेमा को एक नया आयाम दिया। वे पहले ऐसे अभिनेता थे जिनके लिए “स्टारडम” शब्द का इस्तेमाल किया गया। भले ही आज वो हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी फिल्में, उनके किरदार और उनकी मुस्कान आज भी दिलों को रोशन करती है। वो सच में बॉलीवुड के “पहले सुपरस्टार” थे और रहेंगे।