Cannes film festival 2025 भारतीय सिनेमा के लिए कई मायनों में खास रहा है। जहां एक ओर इस प्रतिष्ठित इवेंट में कई भारतीय सितारों ने अपनी चमक बिखेरी, वहीं दूसरी ओर दो दिग्गज अभिनेत्रियां—शर्मिला टैगोर और सिमी ग्रेवाल—ने भी रेड कार्पेट पर अपनी गरिमामयी मौजूदगी दर्ज कराई। 1970 में रिलीज हुई सत्यजीत रे की बंगाली फिल्म ‘अरण्येर दिन रात्रि’ का 4K में रिस्टोर वर्जन इस बार फेस्टिवल के क्लासिक सेक्शन में दिखाया गया। इस खास स्क्रीनिंग के मौके पर शर्मिला टैगोर और सिमी ग्रेवाल दोनों शामिल हुईं। दिलचस्प बात यह रही कि यह सिमी ग्रेवाल का कान में पहला डेब्यू था, और वह भी 77 साल की उम्र में, जिसे दर्शकों से खासी सराहना मिली।

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Cannes Film festival में सत्यजीत रे की क्लासिक फिल्म को मिला वैश्विक मंच
‘अरण्येर दिन रात्रि’, जिसे अंतरराष्ट्रीय दर्शकों के लिए ‘Days and Nights in the Forest’ के नाम से जाना जाता है, सत्यजीत रे की उन यादगार फिल्मों में से एक है, जिसने भारतीय सिनेमा को विश्वस्तर पर पहचान दिलाई। इस फिल्म को cannes film festival 2025 में क्लासिक सेक्शन में शामिल किया गया और इसका 4K में रिस्टोर किया गया वर्जन प्रदर्शित किया गया। फिल्म का यह पुनर्निर्माण छह वर्षों तक चला, जो कि 2019 में शुरू हुआ था। इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट का नेतृत्व प्रसिद्ध अमेरिकी निर्देशक वेस एंडरसन ने किया, जिन्होंने मार्टिन स्कॉर्सेसे की The Film Foundation के साथ मिलकर इसे साकार किया। इस पहल को वर्ल्ड सिनेमा प्रोजेक्ट, फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन, जेनस फिल्म्स और द क्राइटेरियन कलेक्शन ने सहयोग दिया और गोल्डन ग्लोब फाउंडेशन ने इसके लिए फंडिंग की। यह वैश्विक प्रयास इस बात का प्रमाण है कि सत्यजीत रे की कला आज भी कितनी प्रासंगिक और प्रेरणादायक है।
Cannes film festival में शर्मिला टैगोर और सिमी ग्रेवाल की शाही मौजूदगी
Cannes film festival में फिल्म की स्क्रीनिंग के मौके पर शर्मिला टैगोर और सिमी ग्रेवाल ने रेड कार्पेट पर साथ चलकर भारतीय सिनेमा के स्वर्णिम युग की एक झलक पेश की। शर्मिला टैगोर ने इस मौके पर हरे रंग की बेहद खूबसूरत और रॉयल साड़ी पहनी थी, जिसमें उनका व्यक्तित्व बेहद गरिमामयी नजर आया। वहीं, सिमी ग्रेवाल सफेद आइवरी ड्रेस और मैचिंग ओवरकोट में नजर आईं। यह ड्रेस भारतीय कॉउचर ब्रांड Carlio द्वारा डिजाइन की गई थी। सिमी ने कैमरे के सामने पूरे आत्मविश्वास और शालीनता के साथ पोज दिए, जिससे सभी का ध्यान उन्हीं की ओर गया। दोनों अभिनेत्रियों की मौजूदगी ने इस क्लासिक फिल्म की स्क्रीनिंग को एक ऐतिहासिक क्षण बना दिया। इस दौरान स्क्रीनिंग में मौजूद दर्शकों ने फिल्म को स्टैंडिंग ओवेशन दिया, जो कि भारतीय सिनेमा के लिए गर्व का क्षण था।
Cannes film festival में सबा पटौदी की मौजूदगी ने बढ़ाई शोभा
रेड कार्पेट पर शर्मिला टैगोर के साथ उनकी बेटी सबा पटौदी भी नजर आईं। मां-बेटी की यह जोड़ी कान में भारतीय संस्कृति और पारिवारिक मूल्यों की भी झलक लेकर आई। सबा ने अपने सोशल मीडिया पर मां के साथ कान की सैर के दौरान ली गई तस्वीरें साझा कीं, जिनमें दोनों की आत्मीयता और उत्साह साफ झलक रहा था। यह देखना सुखद था कि कैसे तीन अलग-अलग पीढ़ियों की प्रतिनिधि महिलाएं—शर्मिला, सिमी और सबा—एक मंच पर आकर भारतीय सिनेमा की विविधता और शक्ति को दर्शा रही थीं।
Cannes film festival में सिमी ग्रेवाल का यादगार डेब्यू
सिमी ग्रेवाल का Cannes film festival में पदार्पण न केवल उनके करियर के लिए बल्कि भारतीय सिनेमा के इतिहास के लिए भी एक महत्वपूर्ण क्षण था। 77 वर्ष की उम्र में उन्होंने जिस आत्मविश्वास और शालीनता के साथ रेड कार्पेट पर वॉक किया, वह कई लोगों के लिए प्रेरणास्पद रहा। अपने मशहूर चैट शो Rendezvous with Simi Garewal के जरिए सिमी पहले ही भारतीय दर्शकों के बीच एक प्रतिष्ठित नाम बन चुकी हैं, लेकिन कान में उनका यह ग्लोबल डेब्यू उनकी बहुआयामी प्रतिभा और जुनून का प्रतीक था। उन्होंने कुछ दिन पहले ही सोशल मीडिया पर अपने डेब्यू की जानकारी साझा की थी, जिसे लेकर फैंस में काफी उत्साह देखा गया था।

Cannes film festival 2025 में भारत की चमक
13 मई से शुरू हुआ Cannes film festival 2025 अब अंतिम चरण में पहुंच चुका है और 24 मई को इसका समापन होगा। बीते कुछ दिनों में कई भारतीय कलाकारों ने इस अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपने स्टाइल और टैलेंट से सभी का ध्यान खींचा है। हालांकि, सिमी ग्रेवाल का डेब्यू और ‘अरण्येर दिन रात्रि’ की भव्य वापसी इस फेस्टिवल की सबसे खास झलकियों में से एक रही है। यह न केवल भारतीय क्लासिक सिनेमा की अंतरराष्ट्रीय मान्यता को रेखांकित करता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि भारत की सिने विरासत कितनी समृद्ध और कालातीत है।
Cannes film festival 2025 भारतीय सिनेमा के लिए एक सुनहरा अध्याय बनकर सामने आया है। सिमी ग्रेवाल और शर्मिला टैगोर जैसी अनुभवी कलाकारों की उपस्थिति ने न केवल ‘अरण्येर दिन रात्रि’ को एक नई पहचान दिलाई, बल्कि यह भी साबित किया कि उम्र सिर्फ एक संख्या है, अगर जुनून और प्रतिभा बरकरार हो। सिमी का 77 साल की उम्र में कान डेब्यू करना और फिल्म को मिला स्टैंडिंग ओवेशन भारतीय सिनेमा के गौरवशाली इतिहास में एक यादगार पल के रूप में दर्ज हो चुका है। क्या आपने इस स्क्रीनिंग की तस्वीरें देखीं? अपने विचार नीचे कमेंट में साझा करें और इस खबर को अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें।