‘Sholay’ को मिला अंतरराष्ट्रीय मंच, इटली के फिल्म फेस्टिवल में होगी स्क्रीनिंग

'Sholay' को मिला अंतरराष्ट्रीय मंच, इटली के फिल्म फेस्टिवल में होगी स्क्रीनिंग

क्या आप जानते हैं कि जब Sholay पहली बार 1975 में रिलीज हुई थी, तब उसमें से कई अहम दृश्य हटा दिए गए थे? यह फिल्म जिसे भारतीय सिनेमा का सबसे बड़ा मील का पत्थर माना जाता है, अब फिर से दुनिया के सामने उसी रूप में पेश की जाएगी, जैसे इसे मूल रूप से बनाया गया था।

Sholay

इस ऐतिहासिक मौके पर Sholay को इटली के एक प्रतिष्ठित फिल्म समारोह में बिना किसी कट के दिखाया जाएगा। दर्शक पहली बार फिल्म का असली अंत और वो दृश्य देख पाएंगे जिन्हें सेंसर के चलते हटा दिया गया था।

Sholay फिर से परदे पर लौटेगी अपने असली रूप में

Sholay का यह नया संस्करण फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन और सिप्पी फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड के तीन साल के संयुक्त प्रयास से तैयार किया गया है। इसे डिजिटल रूप से रिस्टोर किया गया है ताकि दर्शकों को बेहतर विजुअल क्वालिटी और साउंड अनुभव मिल सके।

इस संस्करण में वह सब कुछ शामिल होगा जिसे पहले कभी बड़े पर्दे पर नहीं दिखाया गया था। इसमें फिल्म का असली अंत और वे सीन भी हैं जो पहले हटाए गए थे। इस बार दर्शकों को शोले का वह रूप देखने को मिलेगा जैसा इसके निर्माताओं ने सोचा था।

अमिताभ बच्चन की प्रतिक्रिया

जय का किरदार निभाने वाले अभिनेता अमिताभ बच्चन ने इस मौके पर अपनी भावनाएं साझा करते हुए कहा कि Sholay उनके जीवन की सबसे यादगार फिल्मों में से एक है। उन्होंने कहा कि जब उन्होंने इसकी शूटिंग की थी, तब उन्हें यह अंदाज़ा नहीं था कि यह फिल्म इतिहास रच देगी।

उन्होंने खुशी जताई कि Sholay को उसके असली रूप में पुनर्स्थापित किया गया है और यह फिल्म अब दुनिया भर के दर्शकों के सामने उस अंदाज़ में आएगी, जैसा कभी सोचा गया था। उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाली पीढ़ियां भी इस फिल्म को वैसे ही पसंद करेंगी जैसे पहले की पीढ़ियों ने किया।

धर्मेंद्र की यादें और पसंदीदा दृश्य

Sholay में वीरू का किरदार निभाने वाले अभिनेता धर्मेंद्र ने कहा कि उन्हें गब्बर और ठाकुर के किरदार भी ऑफर किए गए थे लेकिन उन्होंने वीरू की भूमिका खुद चुनी क्योंकि वह उनके व्यक्तित्व के बहुत करीब था।

धर्मेंद्र ने बताया कि उन्हें टंकी वाला दृश्य, मंदिर वाला दृश्य और जय की मृत्यु का दृश्य आज भी सबसे खास लगता है। उन्होंने यह भी कहा कि शोले को देखकर आज भी वही रोमांच होता है जो 50 साल पहले था।

Sholay क्यों है भारतीय सिनेमा की सबसे बड़ी फिल्म

Sholay को 1975 में रिलीज किया गया था। इसका निर्देशन रमेश सिप्पी ने किया था और इसकी पटकथा सलीम-जावेद की मशहूर जोड़ी ने लिखी थी। इसमें अमिताभ बच्चन, धर्मेंद्र, हेमा मालिनी, जया भादुरी और अमजद खान ने मुख्य भूमिकाएं निभाई थीं।

Sholay न केवल अपनी कहानी और संवादों के लिए जानी जाती है, बल्कि इसकी तकनीकी गुणवत्ता भी उस समय के हिसाब से काफी उन्नत थी। इसमें 70 एमएम सिनेमास्कोप और स्टीरियो साउंड का प्रयोग किया गया था, जो उस समय भारत में दुर्लभ था। फिल्म के कई दृश्य आज भी पॉप कल्चर का हिस्सा हैं।

इटली में फिल्म महोत्सव के दौरान होगी खास स्क्रीनिंग

Sholay को इटली के ‘इल सिनेमा रिट्रोवाटो फेस्टिवल’ में 27 जून को दिखाया जाएगा। यह फेस्टिवल दुनियाभर की दुर्लभ, पुरानी और क्लासिक फिल्मों के लिए जाना जाता है।

यह स्क्रीनिंग केवल भारत के लिए ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय दर्शकों के लिए भी एक अनोखा अवसर है। इस महोत्सव में फिल्म को वैश्विक मंच पर सम्मान मिलने जा रहा है और यह दिखाता है कि भारतीय सिनेमा की विरासत कितनी गहरी और प्रभावशाली है।

निष्कर्ष

Sholay केवल एक फिल्म नहीं बल्कि एक युग है, जिसकी गूंज आज भी भारतीय सिनेमा में सुनाई देती है। इसका असली अंत और हटाए गए दृश्य पहली बार सार्वजनिक रूप से सामने आने वाले हैं। यह भारतीय फिल्म प्रेमियों के लिए गर्व का क्षण है।

यदि आपने Sholay देखी है, तो अब उसे दोबारा उस रूप में देखना न भूलें जैसा इसे शुरू में बनाया गया था। और यदि आपने अब तक नहीं देखी, तो इससे बेहतर मौका शायद फिर कभी न मिले।

क्या आपका भी कोई पसंदीदा शोले सीन है? हमें कमेंट करके बताएं और इस ऐतिहासिक खबर को अपने दोस्तों के साथ ज़रूर साझा करें।

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